बेटा 1000KM का सफर करके आया पिता की किडनी का इलाज करवाने | Ayurvedic Kidney Treatment in Bihar India
बेटा 1000KM का सफर करके आया पिता की किडनी का इलाज करवाने | Ayurvedic Kidney Treatment in Bihar India
आज की इस विडियो में हम श्रीमान तौकी चौधरी जी के बारे में बात करेंगे जिन्होंने आयुर्वेदिक उपचार लेकर अपनी खराब हुई किडनी को ठीक करने की ओर कदम बढ़ाया है।
हम इस विडियो में यह भी जानेंगे कि डायलिसिस किडनी फेल्योर का अंतिम उपचार नहीं है, इसलिए हमारी आज की इस विडियो को आखिर तक बिना स्किप किये पूरा देखें और शेयर करना ना भूलें।
विडियो में तौकी चौधरी जी के बेटे बताते हैं कि उनके पिता जी की तबियत खराब रहने लगी थी उसके बाद जाँच करवाने पर पता चला कि किडनी खराब हो जाने की वजह से इन्हें ये सभी समस्याएँ हो रही है।
किडनी खराब हो जाने की वजह से तौकी जी का क्रिएटिनिन स्तर सामान्य से बढ़कर 8 mg/dl के करीब पहुँच चूका था। क्रिएटिनिन स्तर के इतना बढ़ जाने की वजह से दिल्ली के बड़े अस्पताल ने इन्हें डायलिसिस शुरू करवाने की सलाह दे दी थी, जिसके लिए यह राजी नहीं थे।
डायलिसिस से इंकार करने के बाद जब तौकी जी को कर्मा आयुर्वेदा के आयुर्वेदिक उपचार के बारे में पता चला तो इन्होंने बिना कोई देरी किये कर्मा आयुर्वेदा में संपर्क कर डॉ. पुनीत धवन से मिलकर अपना आयुर्वेदिक उपचार लेना शुरू कर दिया।
डॉ. पुनीत धवन से आयुर्वेदिक उपचार लेने पर तौकी जी को सभी शारीरिक समस्याओं से छुटकारा मिलने लगा और इनका क्रिएटिनिन स्तर 8 mg/dl से घटकर 5.18 mg/dl तक आ गया, जिसकी पुष्टि उनके बेटे और रिपोर्ट्स विडियो में करते हैं।
अगर आप भी श्रीमान तौकी चौधरी जी की तरह अपनी खराब हुई किडनी को बिना डायलिसिस के ही ठीक करना चाहते हैं तो अभी कर्मा आयुर्वेदा में संपर्क करें। कर्मा आयुर्वेदा में संर्पक करने के लिए अपनी किडनी से जुड़ी समस्या अभी कमेंट सेक्शन में लिखे और साथ में अपना फोन नंबर देना ना भूलें।
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